...लगा जैसे स्नोव्हाइट एंड सेवेन ड्वार्फ्स जैसी कोई फिल्म देख रहा हूं...सांझ ढल चुकी थी...और चांद सामने खड़ा था...कोई बातचीत नहीं...बस! एक मीठी सी मुस्कान...“ आप? ”इससे ज्यादा मैं बोल ही नहीं पाया...“चंदा...आपके मोहल्ले की मैनेजराइन मेरी चाची हैं...आज ही आयी हूं”मुझे तो कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था...छत पर ही चांद का दीदार हो जाएगा...मैंने तो सोचा भी न था...“आप बहुत अच्छी बांसुरी बजाते हैं...काश!...”“थैंक्स!...आप कुछ बोल रही थीं...”“नहीं कुछ नहीं...बस”और वो चली गयी... [ और पढ़ें ]
फरवरी का पूरा महीना प्यार के नाम होता है. ज्यादातर लोगों को सिर्फ वैलेंटाइंस डे के बारे में ही मालूम होता है, लेकिन उसके पहले और बाद में...
हम [आपके] हैं कौन?
जी हां...लवर्स कैंप आपके लिए है...यही वो मंच है जहां आप सभी अपने खुशनुमा अहसास दर्ज कर सकते हैं...मुमकिन है...वो भी घूमते-फिरते इस जगह आएं... [Know MORE]
No comments:
Post a Comment